

नर्मदे हर!
अनुसंधान और संग्रह
सामान्य कल्याण आश्वासन
अन्वेषण और मानचित्रण
ऑडियो-वीडियो प्रोफाइलिंग
हमें सेवा करने की खुशी हैं
प्राचीन भारतीय पाठ स्कंद पुराण के रेवा खंड में नर्मदा परिक्रमा तीर्थयात्रा पथ में ७०० से अधिक प्राचीन पवित्र स्थल वर्णित है । इनमें से ४५० से कम अब विद्यमान है । कुछ चंद नर्मदा पुराण जाने वाले लोग, परिक्रमावासी और साधु संतो को छोड़कर अधिकांश लोगों को इन प्राचीन तीर्थ स्थलों का इतिहास और महत्व आम लोगों के लिए आज भी अनजान बना हुआ है। पुराणों और तीर्थयात्रियों एवं ऋषियों लिखित जीवनी के आधार पर हम इन प्राचीन तीर्थ स्थलों की खोज कर उनके वर्तमान स्थिति ऑडियो-वीडियो प्रलेखन करने में जुटे हैं हम इन पवित्र स्थानों की खोज करने से पहले सभी उपलब्ध ज्ञात पाठ संसाधनों का व्यापक अध्ययन करने का प्रयास करते है। निकट भविष्य में, हम जीर्ण तीर्थ स्थालों के जीर्णोद्धार कार्य,, तीर्थयात्रियों को कल्याण सहायता, पवित्र स्थलों के बेहतर प्रबंधन के लिए तीर्थस्थलों को सामान्य सहायता, नदी पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में पर्यावरणीय जागरूकता पैदा करना, स्वच्छता अभियान के लिए किसी प्रकार की सहायता, और आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षिक सहायता करने का लक्ष्य रखा है।
पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम
तीर्थ कल्याण सहायता
स्वच्छता अभियान का समर्थन
शैक्षिक सहायता
बहाली के लिए बाहरी समर्थन

नर्मदे हर!
हमारा दृष्टिकोण
क्षेत्र
अब तक का सफ़र
प्राचीन पवित्र स्थलों का अनुसंधान, अन्वेषण और प्रलेखन

२०१५
जनवरी , २०१५
ओंकारेश्वर और राजघाट, दक्षिण टाट, मध्य प्रदेश के बीच चुनिंदा तीर्थस्थलों की पहचान
साइट
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साक्षात्कार
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२०१८
२५ जनवरी - 3 फरवरी, २०१८
कटपोर, दक्षिण तट, गुजरात के आसपास की साइटें; मीठी तलाई से मंगलेश्वर, उत्तर तट गुज़रात
साइट
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साक्षात्कार
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2020
जनवरी, २०२०
जानकारी शेष हैं
साइट
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साक्षात्कार
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२०१६
१५ फरवरी - २६ फरवरी, २०१६
मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर से गुजरात में शूलपाणेश्वर, दक्षिण तट
साइट
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साक्षात्कार
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२०१८-१९
२९ दिसंबर २०१८ - ७ जनवरी २०१९
सिनोर, गुजरात से कडीपानी, मध्य प्रदेश, उत्तर तट
साइट
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साक्षात्कार
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२०१७
२५ फरवरी - ६ मार्च, २०१७
कुम्भेश्वर से कटपोर, दक्षिण तट, गुजरात
साइट
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साक्षात्कार
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२०१९
१ नवंबर - ४ नवंबर २०१९
मांडव (मांडू) से धामनोद, उत्तर तट मध्य प्रदेश
साइट
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साक्षात्कार
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